Tawney

Time passes never to recede, But careless mortals take no heed: The woes that in past years we bore Leave us no wiser than before; What folly do we lay aside? Though sorely by our errors tried, We learn not prudence, but begin Once more a fresh career of sin.

Telang

verse

Text (not proofread)

अनावर्ती कालो व्रजति स वृथा तन्त्र गणितं

दशास्तास्ता : सोढा व्यसनशतसंपातविधुरराः ।

कियद्वा वक्ष्यामः किमिव बत नात्मन्यपकतं

त्वया यावत्तावत्पुनरपि तदेव व्यवसितम् ॥ २ ॥

footnote

Text (not proofread)

II . ( a ) वृ ° ; त ° T. ( b ) ° पात ; ° ताप . P. R. ( c ) बत ना ; च तदा ०. B.

● त्मन्य ° ; ° माभ्यु ° T. ०० ०१०. M. ( d ) वया ; वयम् M. B.T.

endnote

Text (not proofread)

St. II . - On the last two lines Râmarshi says " वा sera अथवा fa कियद्र

ध्यामः अत्र वर्तमानार्थे भविष्यत्प्रयोगः कि यद्वदामः बतेति खेदे त्वया आत्माने स्वस्मिन किमिव

किमु न व्अपकृतं कः अपकारः न कृतः कथं यावत्साकल्येन तावत्प्रथमं त्वया पुनरपि भूयोगि

तदेव आत्मनि अपकृतमेव व्यवसितं कर्तुमारब्धम् R. also supplies हे हृदय at the

beginning . It will be observed that and in R.'s ex

planation are not taken as correlatives . I think the translation

should be thus : " Alas ! what self - injury is there having done

which to yourself you have not immediately worked at the same

again ! " - S'ikhariņi .

Kosambi

verse

Text (not proofread)

अनावर्ती कालो व्रजति स वृथा तन् न गणितं

दशास् तास् ताः सोढा व्यसनशतसंपात विधुराः ।

कियद् वा वक्ष्यामः किमिव बत नात्मन्युपकृतं

वयं यावत् तावत् पुनरपि तदेव व्यवसितम् || २०४ ॥

footnote

Text (not proofread)

204 { V } Collated A D E F1 H [ Also BORI 389 V37 ; Punjab 2101 V36 ;

Punjab 697 V35 ; BORI 328 V39 ; Jodhpur3 V39 ; NS1 V42 ; NS3 V109

( extra ) . ] . – In F ‡ , this stanza runs into दुराराध्यः स्वामी . E is generally corrupt .

- ) D जनावर्ती कल्ये ; F + अनावर्तः कालो . ) सहसा ( for स वृथा ) . 43 गदितं ; Est

गुणितं ( for गणितं ) . – 4 ) D दृशस् ( for दशास् ) . Hit . 2.3t संताप - ( for -संपात - ) . S )

Eo . 2.5 चक्षाम ; 3 वक्षामः ( for वक्ष्यामः ) . D Eo . 23 F1 ( orig . ) H अपकृतं ( for उप ) .

- 2 a ) H त्वया ( for वयं ) .

BIS . 284. Bhartr . lith ed . I. 3. 99 , II . 34. IV . 96. Subhāsh . 312 .