किं कन्दा : कन्दरेभ्यः प्रलयमुपगता निर्झरा वा गिरिभ्यः
प्रभ्वस्ता वा तरुम्पः सरसफलभृतो वल्कलिम्पश्च शाखाः 1
बोक्ष्यन्ते यन्मुखानि प्रसभमपगतप्रश्रयाणां खलानां
दुःखोपात्ताल्पवित्तस्मयवशपवनानतितलतानि ॥ ६ ९ ॥
LXIX . ( a ) निर्झरा वा गिरिभ्य :; पादया : किं विशीर्णा : A. ( b ) किं वा शोषं गतास्ते
गिरिकुहरगता निर्झरा वारिपूर्णा : A. ° स्ना वा तरुभ्यः ; स्सा : किं महीजाः . K. Bo . ( orig .
Bo.n. ) ° लिन्य ं ; ° ळेभ्य ° . C. लिभ्य . M. ( e ) यन्मु ° ; किं मु ° . K. Bo ( orig .
( Bo.n. ° म ; ° मु ० . P.R.C.M.K. ( d ) ' खोपात्ताल्प ; ● खात्तखल ० . N.
बशपवनान ° ; पत्रनवशान ° T . K. Bo . ( orig . Bon . ) G. N ( where न for
ञ ) विषपवनान ● M. In A. another reading is किं तद्वैराग्ययुक्तं सुचरितनिशितो
ज्ञानखङ्गः प्रनष्टो | येन द्वारे नृपाणां धनमदमलिनां संगति यान्ति वीराः ॥
किं कन्दाः कन्दरेभ्यः प्रलयमुपगता निर्झरा वा गिरिभ्यः
प्रध्वस्ता वा तरुभ्यः सरसफलभृतो वल्कलिन्यश् च शाखाः ।
वीक्ष्यन्ते यन् मुखानि प्रसभमुपगतप्रश्रयाणां खलानां
दुःखोपात्ताल्पवित्तस्मयवशपवनानर्तितभ्रूलतानि ॥ १८४ ॥
184 * Om.in BOR1 326. F2 substitutes किं द्वारा . " ) D वासाः ( for कन्दाः ) .
B2 किंकरेभ्य : ; M 1.5 काननेभ्यः ( for कन्दरेभ्य : ) . E5 It J1 निर्जरा ; W + निर्धरा ( for
निर्झरा ) . C गुहाभ्यः ; J2.3 X दरिभ्यः ( for गिरिभ्यः ) . 4 ) F1 प्रक्रांता ; F3 प्रभ्रष्टा ( for
प्रध्वस्ता ) . X 3 गिरिभ्यः ( for तरुभ्यः ) . वल्कले ( E : ° लि ) भ्यश्च शाखा :. J1 वल्कलिं
न्यस्तशाखाः ; T T2 : वल्कलिन्यः शशांकाः . – ° ) CF 3 I J1Go M4 वीक्षंते यन् ; H10.30 ईक्ष्यंते यन् ;
W वीक्ष्यं ( W : ' क्षं ) त्येवं ( Wit वीक्षन्नेवं ) . B1 F15 Hıc . 3 W Y 27.8 T G1.6M 1. 3
" भमपगत ; " भमुपह * ; J2.3 ° भमुपहताः ; 2 X भमुखगत ; X 1.16 G2.3 ° भमुपरत- ; Y3
' भसमगत- ; M2 ° भमवगत ; M + भमुपगता . J 2 X 2 प्रत्रयाणां . . ± ) A CF3 . 5 दुःखोपां
ताल्प- [ Ao . 1 com . दुःषै जिणरौ अंत आवै ] ; Y4.6 T दुःखाप्त ( Y + ' त्त ) स्वल्प- ; Y7 X1 दुःखेनोपात्त .
Eot F 1 - चित्त - ( for -वित्त ) . Est -विषपवना ; : वशपवनोनू- ; गतपवना ; W1 . 2.4
Y1.4 - 4 T G5 M3 -पवनवशा ; W3 Y2.3 G1.4 M1.25 पवनवशान् ; Get -परपवना ; M4
-परवशता ( for -वशपवना - ) . B12 ( orig . ) F + -भ्रूलतानां ; Y3 -भ्रूतलानि .
BIS . 1725 ( 665 ) Bhartṛ . ed . Bohl . 3. 26. Haeb . and Galan 23. lith . ed . I.
24 , II . 62 ; SRB . p . 97. 14 ; SRK . p . 78 4 ; SSD . 2. £ 138a Cf. Santiśataka 4. 3 .