Tawney

The gods with priceless jewels were not bought, Nor with the poison-chalice made aghast, Nor ceased until they held the nectar fast, The firm forsake not what they once have sought.

Telang

verse

Text (not proofread)

रत्नैर्महा स्तुतुषर्न देवा

न भेजिरे भीमविषेण भीतिम् ।

सुधां विना न प्रययुर्विरामं

न निश्चितार्थाद्विरमन्ति धीराः ॥ ८० ॥

footnote

Text (not proofread)

LXXX . ( @ ) ° ¥ ° ; ° ¥ ० L. D.P.R..N . ( d ) न ; दि ० ( ! ) .

Bo . K. ° ड ; हि Bon.०T .

endnote

Text (not proofread)

St. LXXX . - Comp . St. 27. For the story see Ramayana re

ferred to in the note to St. 35. See also Matsya Purâna CCI . ,

1-4 and 21-22 . - Upajáti .

Gopinath1914

Text (not proofread)

Gopinath1896

Text (not proofread)

Kosambi

verse

Text (not proofread)

रत्नैर्महास् तुतुषुर्न देवा न भेजिरे भीमविषेण भीतिम् ।

सुधां विना न प्रययुर्विरामं न निश्चितार्थाद् विरमन्ति धीराः ॥५२ ॥

footnote

Text (not proofread)

52 ) 2 BI महास ; DF2W Y1 ( printed text ) महास ; Eo . 2.5 Xat महार्थेस ;

F3 महद्भिस् ; J Y2-4 TGM महाब्धेस् ( for महाधैँस् ) . J तु न तुपुर् ( sic ) ( for तुतुषुरू ) .

— 4 ) F2 J 3 G + भीमविशेष- ( for ' विषेण ) . M2 भीतिः . - ° ) W8 स्वधां ( for सुधां ) . Y1 नैव

ययुर् ; Gst संप्रययुर् ( for न प्रययुर् ) . Yo विकास ( for विरामं ) . d ) C न निश्चयार्थाद

Est Fs J10 विनिश्चितार्थाद् ; J3 M1.4.5 सु ( J3 M1 न न ) निश्चितार्था ; Y7 सनिश्चितार्थाद् ( for

न निश्चितार्थाद् ) . F + संतः ( for धीराः ) .

BIS . 5707 ( 2585 ) Bhartr . ed . Bohl . 2. 72. Haeb . 65 lith ed . I and III . 79 ,

II and Galan 81 ; SRB p . 77. 10 ; PT . 7. 14 ; SSD . 2. f . 99 .