रत्नैर्महा स्तुतुषर्न देवा
न भेजिरे भीमविषेण भीतिम् ।
सुधां विना न प्रययुर्विरामं
न निश्चितार्थाद्विरमन्ति धीराः ॥ ८० ॥
रत्नैर्महास् तुतुषुर्न देवा न भेजिरे भीमविषेण भीतिम् ।
सुधां विना न प्रययुर्विरामं न निश्चितार्थाद् विरमन्ति धीराः ॥५२ ॥
52 ) 2 BI महास ; DF2W Y1 ( printed text ) महास ; Eo . 2.5 Xat महार्थेस ;
F3 महद्भिस् ; J Y2-4 TGM महाब्धेस् ( for महाधैँस् ) . J तु न तुपुर् ( sic ) ( for तुतुषुरू ) .
— 4 ) F2 J 3 G + भीमविशेष- ( for ' विषेण ) . M2 भीतिः . - ° ) W8 स्वधां ( for सुधां ) . Y1 नैव
ययुर् ; Gst संप्रययुर् ( for न प्रययुर् ) . Yo विकास ( for विरामं ) . d ) C न निश्चयार्थाद
Est Fs J10 विनिश्चितार्थाद् ; J3 M1.4.5 सु ( J3 M1 न न ) निश्चितार्था ; Y7 सनिश्चितार्थाद् ( for
न निश्चितार्थाद् ) . F + संतः ( for धीराः ) .
BIS . 5707 ( 2585 ) Bhartr . ed . Bohl . 2. 72. Haeb . 65 lith ed . I and III . 79 ,
II and Galan 81 ; SRB p . 77. 10 ; PT . 7. 14 ; SSD . 2. f . 99 .