जाडचं ड्रीमति गण्यते व्रतरुची दम्भः शुचौ कैतवं
रे निर्घृणता मुनौ विमतिता दैन्यं प्रियालापिनि ।
तेजस्विन्यवलिप्तता मुखरता वक्तर्यशक्तिः स्थिरे
तत्को नाम गुणो भवेत्स गुणिनां यो दुर्जनैर्नाङ्कितः ॥ ५४ ॥
LIV . ( a ) रु ° ; शु ° . N. ( 1 ) ८१ ° ; ° धृ ० . D. मुनौ ; ° जैवे . P. R. रुजी
D. ऋजौ Bo.n. M. ( d ) ९त्स ; सु ° ० . Be Bo . T. G. K. D. M.
St. LIV . in one who likes rigid vows . Râmar
shi renders by सदाचार विमतिता = foolishness , want of sense अङ्कित : =
निन्दितः : says the commentary , : says Râmarshi . It means pri
marily , marked , stamped and hence branded , which seems to be the
sense here . The construction is this श्रीमति यो गुण : स जात्यमिति गण्यने
& c . and then having gone through so many good qualities the
Stanza winds up with को नाम स गुणिर्ना गुणो भवेद्यो दुर्जनैङ्गितः - नामेति
निश्चये संत्रोधने वा says Râmarshi . He adds दुर्जेनेरिति प्रतिक्रिय संबध्यते ----
S'árdúlavikridita .
जाड्यं हीमति गण्यते व्रतरुचौ दम्भः शुचौ कैतवं
शूरे निर्घृणता ऋजौ विमतिता दैन्यं प्रियालापिनि ।
तेजस्विन्यवलिप्तता मुखरता वक्तर्यशक्तिः स्थिरे
तत् को नाम गुणो भवेत् स गुणिनां यो दुर्जनैर्नाङ्कितः ॥२४ ॥
24 ° ) Y4.6.4 T G4 व्रतशुचौ ; M.5 व्रतपरे ( for ' रुचौ ) . J1.3 Y2_G1.4 M डंभः ;
G2 ( orig . ) दर्भ : ( for दम्भ :) . T3 कुचौ ( for शुचौ ) . 6 ) Eo . 1.2t सूरे ( for सूरे ) .
Eo ' निर्घृणिता . ( E3 com . निर्घृणता = निर्दयिता ) . [ To avoid hiatus ] B D Ea Fs HI
J1c . 2.8 X [ आ ] र्जवे ; Jit जडे ; W Y1 , 2.4 , 6.7.8 T G1 . 2.6 M1-8 मुनौ ; Y8 रुजे ; Yo गुरौ ; G +
मतो ( for ऋजौ ) . X कुमतिता ( for विम ) . ° ) C Ho J3 X Y 27. 8T1G4.5M14
वक्तव्यशक्तिः ; D वक्तर्यशस्तिः ; X 1 वक्तिर्मशक्ति : ( for वक्तर्य ५ ) . JY7.8 स्थिते ; G + स्थितौ
( for स्थिरे ) . d a ) X 2 तत्कर्मानु- ( for तत्को नाम ) . B Gst गुणोभवत् ; G + गुणी भवेत् ;
Ms भवेद्गुणा : ( for गुणो भवेत् ) . ( समस्त- ( for भवेत्स ) . BEo . 1. 5 Fa J3 W X2 Y1.4.1
G1.4 M सुगुणिनां ; F3 स गुणो सर्वगुणिनां ( for म गुणिनां ) . W + दुर्जयैनांकित : ; X 2 M2 दुर्जने
नांकित : ; G1 M1 . 3 दुर्जनानां मतः , ( दुर्जने नांचितः ; M. 5 दुर्जनानां गुणः ( for दुर्जनैर्नाङ्कितः ) .
BIS . 2375 ( 954 ) Bhartr . ed . Bohl . 2. 44. Hach . 23 lith ed . I. 53 , II 54 .
Galan 58. Satakäv . 80. Subhāsh . 306 ; SRB . p . 61.263 ( Bh . ) ; SBH 464 ( Bh . ) ; ;
SK.M. 8. 34 ; SRK . p . 26.54 ( ST . ) ; SK 2 113 ; SG . f . 21b ; SSD . 2. f . 131b ;
SSV . 525 ; SMV . 10.28 .