दुराराध्यः स्वामी तुरगचलचित्ता : क्षितिभुजो
वयं तु स्थूलेच्छा महति च पदे बद्धमनसः ।
जरा देहं मृत्युर्हरति सकलं जीवितमिदं
सखे नान्यच्छ्रेयो जगति विदुषोन्यत्र तपसः ॥ ५३ ॥
LIII . ( a ) ° ध्य : स्वा ० , ध्याचा ° B. N. तु ° ; दु ° ( १ ) A. ° भुजी ; भृतो T.
( b ) तु ; च , K. Bo ( orig . Bo.n. ) G. N. महति च ; सुमहाते A. B.T. K. Bo .
G. R. N. ° बद्ध ° ; दत्त ° Bo.n. ( c ) ° हम् ; ° ३ K. सकलम् ; यदिदम् A. दयितम्
T. K. Bo . ( orig . Bo.n. ) P.R. N. ( 2 ) ° षोन्य ° ' ; ; °ाम ° K. Bo . ( orig .
Bo.n. ) G. बो य ° A.
दुराराध्यः स्वामी तुरगचलचित्ताः क्षितिभुजो
वयं तु स्थूलेच्छा महति च पदे बद्धमनसः ।
जरा देहं मृत्युर्हरति सकलं जीवितमिदं
सखे नान्यच् छ्रेयो जगति विदुषोऽन्यत्र तपसः ॥ २५८ ॥
258 { V } Om . in J. ± ) C W10 , 20 , 3c . 4 X Y T TG GM दुराराध्याश्चामी . F2 -बल
( for -चल- ) . Wat क्षितिभृता ; X X7 क्षितिभृतो . 4 ) C S च ( for तु ) . C_F2.3.5 H
W1–4 X Y1 , 3−4 ( Y1 om . ) TGM सुमहति ( for महति च ) . Y24 - 6.8 T1.3 G2.35 Mg
फले ; T2 भवे ( for पदे ) . CFs We Y : दत्त - ; IF 1.3 ब्रह्म - ( for बद्ध - ) . ● ) Wat Y : देहे .
CF1.4.4 H W1t X Y ( except Y2 ) TGM दयितं ; Eat शकलं ; F2 यदिदं . 43 We अपि ;
F2 इयं ( for इदं ) . a ) E2 शखे ; G + सुखे ( for सखे ) . Gat जयति ( for जगति ) . F1
विदुषो नात्र ; F2 विदुषो यत्र ; Wat . st , st विदुषामत्र . F तपसा .
BIS . 2389 ( 1175 ) Bhartr ed . Bohl . 3. 78. Haeb and lith , ed . III . 75 , lith .
ed . I. 77. Galan 71 ; SSD 4. f . 26 .