Tawney

The day of pleasure's past and gone, Long through this world we've wandered on,   And weary reached the brink: By Ganga's stream shrills forth our cry, " O Siva, Siva, Lord most high.   Help, Siva, or we sink."

Telang

verse

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अतिक्रान्तः कालो लटमललनाभोग सुलभो

भ्रमन्तः श्रान्ताः स्मः सुचिरमिह संसारसरणी |

इदानीं स्वःसिन्धोस्तटभुवि समाक्रन्दनगिरः

सुतारैः फूत्कारैः शिव शिव शिवेवि प्रतनुमः ॥ ३२ ॥

footnote

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XXXII . ( a ) ° टभ ; ° लित . B. T. भगो ; ० खदी . T. ( 6 ) श्रान्ताः स्मः

सुभ्भ्रान्ताः B. ॰णौ ; ° णिम् ; B. T. ० णीम् . M. ( a ) सु ° ; स ° C . ° तनुमः ;

● लगतः B. " थनुमः T.

endnote

Text (not proofread)

St. XXXII.- the commentator renders by H , I have

never seen the word before . AMKRAFC : = cries of invocation.

S'ikharini .

Gopinath1914

Text (not proofread)

Gopinath1896

Text (not proofread)

Kosambi

verse

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अतिक्रान्तः कालो लटभललनाभोगसुभगो

भ्रमन्तः श्रान्ताः स्मः सुचिरमिह संसारसरणौ ।

इदानीं स्वःसिन्धोस् तटभुवि समाक्रन्दनगिरः

सुतारैः पूत्कारैः शिव शिव शिवेति प्रतनुमः ॥ २०१ ॥

footnote

Text (not proofread)

201 { V } Collated AC D E F 1. [ Also BORI 329 V34 ; Punjab 2101

V33 ; Punjab 697 V32 ; Jodhpur3 V35 ; NS1 V39 ; NS2 V28 ( 27 ) ; NS3

V108 ( extra ) . ] ¬ ) A E3.4t F4 ललित - ( for लटभ - ) . Est ' भोगसुलभो . – ) D

श्रान्तं Eot . 3 स्म ( for स्मः ) . A2E ° सरण ( E5 ° णीं ) ; D ° सरणं ; F + सरसि ( for सरणौ ) .

९ ) D समाकांतन- ; F1 स ( marg . श ) मास्पन्दन Ait ( before corr . ) -गिराः ; Est - गिरे .

.d ) D सुरारैः ( for सुतारैः ) . D स्फुत्कारैः ; Fi फूत्कारैः 40 2 D प्रलपतः ( for प्रतनुमः ) .

BIS . 127 ( 3401 ) Bhartr . lith ed . I. 3. 101 , III . 98. Subhāsh 311 ; SRB . p .

368.53 ; SRK . p . 294 , 5 ( Bh . ) .