राजंस् तृष्णाम्बुराशेर्न हि जगति गतः कश्चिदेवावसानं
को वा अर्थैः प्रभूतैः स्ववपुषि गलिते यौवने सानुरागः ।
गच्छामः सद्म यावद् विकसितकुमुदेन्दीवरालोकिनीनाम्
आक्रम्याक्रम्य रूपं झटिति न जरया लुट्यते प्रेयसीनाम् ॥८६ ॥
86 a “ ) E3 W + राशे ( for ' राशेइ ) . G ± ततः ( for गतः ) . G + किंचिदू . Wat.st Y3
[ अ ] वसाने . 1 ) ABEIX को वाप्यर्थैः ; C Fs J108 W Y TG2.35_M1.4.6
को वार्थो :; D को वाप्यर्थ :; F1.2 H ( but Hic differs and not clear ) लोकोप्यर्थैः ; F3
को वाचार्थ :; F + को वाथो :; Jit को वार्थो ते ; G1 M2 को वार्थोथ ; G + को वास्ते ; M3
को वास्तैः ( for को वा * अर्थैः ) . D प्रभूते ; G1 M2 -प्रभावैः ; G + lacuna ( for प्रभूतैः ) . D
वपुषि च ; G + वपुषि ( for स्ववपुषि ) . B1 गलितै ; C गलितैर् ( for गलिते ) . Y3 यौवनं . C
F ± J2 S ( except X ) सानुरागे ; F रागं ; H [ s ] सानुरागः ? ; J1 Yac.v. रागाः ( for रागः ) .
● ) D सन्नवायद् ; H Y8TG4 सभ तावदू ; J1 सम याम ; Y3 सप्त यावद् . G + मुकुलित
( for विकसित - ) . A ° कुसुदी ; B2 C D Fs We X Y1 G ± नयनेंदी ' ; J2 ' कमलेंदीं ; Y3
कुमुर्दैदी ' ( for ' कुमुदेन्दी ) . Ea It Wat ° लोकनीनां - Beintei 4 d ) ) C आलोक्यालोक्य ; Wat.st.st
यावन्माक्रम्य . B J1 झटिति च ; X 2 सटिति न ; Y3 झटति न ; Y7 T2.3 झडिति न ; Gs
न झटिति Fs जरसा ; Yo रजसा ( for जरया ) . Ao.3 Est at 4t H I ( by corr . ) J
लुंट्यते ; A2 CDF12.46 I ( orig . ) W Y 1 G2.3.6 M1 - 3 लुप्यते ; B B मस्यते ग्रस्यते ; ; Eot . st
लुंचते ; E1 . 2. 4 ( and Ec ) लुंच्यते ( gloss लुंट्यते ) ; Fs भुज्यते ; G1 लुप्यसे ; G + M 1.6 लुक्यते
( for लुट्यते ) . B H कामिनीनां ( for प्रेयसीनाम् ) .
BIS . 5739 ( 2601 ) Bhartr ed . Bohl . 1. 69. Haeb . 72. lith , ed . II . 21 ; SLP . 4 .
68 ( Bh . ) .